आज हम आप को शत्रु मरण प्रयोग के बारे में बता रहा है जिसका इस्तमाल आप अपने शत्रु को जान से मरने या उसे बदला लेने के लिए कर सकते है। क्योकि जब आप अपने शत्रु से सीधे मुकाबला नहीं कर पाते है तो आप को तंत्र मंत्र का इस्तमाल कर के उसे सबक शिखा सकते है और उसे हमेशा के लिए ख़तम कर के अपना जीवन से दूर कर सकते है।
शत्रु मारण प्रयोग करने से पहले आप कोई ऐसा स्थान की चुनाव करना है जहां पर आप कोई रोक टोक न कर सके और आप के कार्य में कोई बाधा न डाले।
सबसे पहले आप एक काला कपड़ा ले और उस पर चुटकी भर सिंदूर। 7 लौंग।,7 काली मिर्च ,आम की सुखी लकड़ी, और 11 सिक्के और साथ में अपने शत्रु का नाम किसी पर्ची पर लिखे और निचे “क्री कर्ह फट फट चमुंडीह :अहंग नाशिनः सवः” मंत्र लिखे और सभी सामग्री को कपडे में बांध कर किसी बंजर जमीन में गाड़ दे। और वह से बिना पीछे मुड़े अपने घर को वापिस आ जाये। आप का शत्रु बहुत जल्द मौत के मुंह में चला जायेगा।
मारण प्रयोग विधि
अगर किसी शख्स के होने से आप के जीवन में हमेशा परेशानी बनी रहती है और आप उसे हमेशा के लिए अपने रास्ते से हटना चाहते है तो आप मारण प्रयोग विधि करे। इसके लिए आप जिस व्यक्ति को मारना चाहते है उसका फोटो ले और उस फोटो पर 3 बार ॐ क्रि कुरु फट मित्यिण आह्वाहन कृ सवः लिखे और उसे किसी खड्डे या कूड़ादान में फेंक दे। इसे वह व्यक्ति हमेशा के लिए आप के जीवन से दूर हो जायेगा
शत्रु मारण मंत्र विधि
शत्रु को मारने के लिए शत्रु का नाम ले और “ॐ टर टर क्री क्रीं फट फट सवः कलिः कलः” मात्रा का जाप कम से कम 1111 बार के दुश्मन के नाम पर्ची पर लिख के उस पर्ची को शत्रु के घर के बाहर फेंक दे। इसे आप का शत्रु हमेशा के लिए इस दुनिया से चला जायेगा।
शत्रु का उच्चाटन कैसे करें?
अगर आप अपने शत्रु का उच्चाटन करना चाहते है तो मंगलवार को अपना मुँह दछिण दिशा के तरह कर के बैठ जाये और मिटटी के दीपक में काले तिल का तेल डाल कर जला ले। और शत्रु का चेहरा याद करते हुए “ॐ नमो अमंयह हमंहकयह कुरु कुरु गृहे उच्चाटन क्रीं क्रीं सवः” मंत्र का जाप 511 बार कर के अपने शत्रु का उच्चाटन करने की सोचे। इसे आप का शत्रु का निश्चित ही उच्चाटन होगा।
मारण मंत्र क्या होता है?
मारण मंत्र से कोई भी व्यक्ति अपने शत्रु को हमेशा के लिए मौत का नींद सुला सकता है और अपना पीछा उसे छुड़ा सकता है। इसका मंत्र है को करने से पहले आप को घोड़े की नाल लेना होगा और अश्वनी नछत्र का समय में करना होता है मंत्र है “कलिः कल्हि हथ्य हत्ज्ञ हतञफ उन्हज सवः” इस मात्रा को बोलते हुए आप घोड़े की नाल को अपने हाथ में पकडे और मंत्र को 1111 बार के उस पर फूंक मारे और साथ में शत्रु का चेहरा याद करते रहे। मंत्र पूरा होने के बाद आप घोड़े के नाल को शत्रु के घर में फेंक दे या कही छुपा दे। इसका असर कुछ ही दिनों में देखना शुरू हो जायेगा और आप का शत्रु हमेशा के लिए आप के जीवन से दूर हो जायेगा।
शत्रु नाशक मंत्र क्या है?
यदि आप अपने शत्रु को तंत्र मंत्र से पराजित करना चाहते है या उसे कमजोर करना चाहते है तो आप रविवार के दिन भोज पत्र पर शत्रु का नाम लिख कर “अहंजन सिझग श्रिंह मुखाय पंचमुख हनुमते टं टं टं टं सकल शत्रु संहारणाय स्वाहा” ‘मंत्र का जाप करे और भोज पत्र को किसी भी पीपल के पेड़ के निचे रख दे। इसे आप का शत्रु का नाश उसी समय से शुरू हो जायेगा।
बिना मंत्र के शत्रु मारण प्रयोग
21 लौंग 21 काली मिर्च 21 साबुत धनिया 21 कपूर के टुकड़े, एयर 21 गोगोल धुप ले के और आप अपने शत्रु का नाम किसी सफ़ेद पेपर पर लिख के सभी सामग्री को एकठा कर के किसी समसान में जा के फेंक दे और अपना शत्रु का नाम मन ही मन लेते रहे। इसे आप का शत्रु निश्चित ही मर जायेगा
तीव्र मारण प्रयोग
क्या आप अपने दुश्मन के वजह से परेशान है और आप ख़तम करना चाहते है तो आप तीव्र मारण प्रयोग करे। इसके लिए आप को जमीन पर गिरे हुए पीपल के 11 पत्ते लेने होंगे और सभी पीपल के पत्ते पर शत्रु का नाम और निचे “फट फट क्रीं क्रीं नाशिनिह” लिखे और उसे किसी कुंए या तालाब में फेंक दे। इसे आप का शत्रु जल्द ही इस दुनिया को अलबिदा कह देगा।
इंद्रजाल शत्रु मारण मंत्र
ॐ कलिः किलः कलह देवेंद्र इंद्रा भस्मी करि नाह मंत्र का जाप 511 बार कर के शत्रु का नाम मन ही मन 3 बार बोले और ऊपर देखे। इसे आप का शत्रु का नाश होना उसी समय से शुरू हो जायेगा
महाकाल शत्रु मारण मंत्र
“ॐ नमो महाकलेष्रह हुंह हुंह सवः” इस मात्रा का 1111 बार करते हुए अपने हाथ में 11 लौंग रखे और मंत्र पूरा होने के बाद आप लौंग पर फूंक मारे। फिर आप उस लौंग को शत्रु के घर के बाहर फेंक दे। इसे शत्रु का बुरा समय उसी समय से शुरू हो जायेगा।
नींबू से मारण
एक नींबू पर अपने दुश्मन का नाम लिखे और उसमे एक जंग लगी हुयी किल गाड़े। फिर आप ॐ क्रिंग संहगफ फट भसायनःग करि सवहा मंत्र 21 बार कर के नीम्बू को 2 टुकड़े में काट दे और। फिर आप उस एक टुकड़ा को दुश्मन के घर और दूसरा टुकड़ा समशान घाट में फेंक दे। इसे आप का दुश्मन जल्द ही मौत का नींद सो जायेगा।
दुर्गा शत्रु मारण मंत्र
या देवियः चमुंडिहा करि फट फट मुख्यगः इस मंत्र का जाप 11111 बार करने के शत्रु के घर के बाहर एक पुरानी जंग लगी किल पर फूंक के फेंक दे। इसका असर उसी समय से शुरू हो जायेगा।
मारण टोटके
एक सफ़ेद कागज पर आप अपने शत्रु का नाम 21 बार लिखे और निचे ॐ क्रीं क्रिंग फट देवहजयः भसमयहग सवः लिखे और उस पर्ची को आप एक मिटटी के बर्तन रख के किसी बहती हुयी पानी में फेंक दे। इसे आप का दुश्मन हमेशा के लिए मर जायेगा।
अगर आप अपने शत्रु के वजह से हमेशा परेशान है या आप उसे मुकाबला करने में असमर्थ है तो आप बिना किसी देरी के हमारे तांत्रिक बाब जी से अभी बात करे और अपने घर बैठे ही शत्रु का नाश करे।